रंगिनिया पोखर घाट, डाक-बंगला पोखर में कि गई उड़ाही से घट व्रतियों को होगी परेशानी

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : सहरसा जिला प्रशासन भले छठ घाटों की साफ-सफाई करने का आदेश दे रहे हो पर यह सिमरी बख्तियारपुर में नजर नहीं आ रहा है। नगर पंचायत क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर आस्था का महापर्व को लेकर उदासीन बना हुआ है। रविवार तक किसी भी घाट पर साफ सफाई का कार्य शुरू नहीं किया गया है।

वहीं इस बार कई पोखरों की उड़ाही किए जाने की वजह से पानी की गहराई सीधा हो गया है जिससे घाट खतरनाक हो गए हैं। घाट स्लोप नहीं होने की वजह से घट व्रतियों को पानी में उतरने में काफी परेशानी के साथ बड़े हादसे का शिकार होने की आशंका बन रही है। वहीं प्रशासन द्वारा घाटों की सफाई शुरू नहीं होने से कई लोग खुद साफ सफाई में लग गया है।

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शहरी क्षेत्र में कई ऐसे घाट हैं जहां गंदगी व कचरे का अंबार लगा हुआ है। छठ घाट तक जाने वाली सड़क की स्थिति भी खराब है। ऐसे में श्रद्धालुओं व छठ व्रती को छठ पूजा के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। शहरी क्षेत्र में नगर पंचायत के द्वारा छठ घाटों की सफाई होती रही है। लेकिन इस बार अब तक इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हुई है। बता दें कि लोक आस्था का महापर्व छठ में मात्र कुछ दिन शेष रह गया है। लेकिन प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कई गांवों में नदी एवं पोखर के किनारे स्थित छठ घाट व तालाब में अब तक साफ सफाई का कार्य शुरू नहीं किया गया।

रंगिनिया छठ घाट बना खतरनाक : नगर पंचायत के वार्ड नम्बर 14 रंगीनिया गांव में पोखर है। पिछले दिनों जल, जीवन एवं हरियाली योजना के तहत लगभग साढ़े तीन लाख की लागत से पोखर के जीर्णोद्धार किया गया था। लेकिन संवेदक ने पोखर की ऐसी-तैसी कर दिया है। जेसीवी मशीन से पोखर की मिट्टी की उड़ाही कर किनारे में तो दे दिया लेकिन घाट नहीं बनाया जा सका। जिन कारण पोखर में बहुत ज्यादा गहराई हो गया है। अब लोगो का कहना है कि घाट के नही रहने से छठ पर्व मनाने में लोगो को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। अब लोग किसी तरह से अपने संसाधन से घाट बना रहा है। यही कुछ हाल मुख्य बाजार के हाइस्कूल, डाकबंगला, सेनिटोला में पोखर है। जहाँ कही भी अभी तक सफाई नही किया गया है। कई छठव्रती महिला ड्योढ़ी पोखर में भी छठ करती है।

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