22 प्रत्याशी है मैदान में, दिन रात जनता के दरबार में लगा रहें हैं हाज़िरी

  • 2015 में जेडीयू तो 2019 उपचुनाव में आरजेडी के खाते में रही है यह सीट

ब्रजेश भारती : बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में खगड़िया लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सहरसा जिले के 76 सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन महागठबंधन के राजद प्रत्याशी युसूफ सलाउद्दीन व एनडीए गठबंधन के वीआईपी पार्टी प्रत्याशी मुकेश सहनी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।

चौधरी यूसुफ सलाउद्दीन (फाइल फोटो)

वही इन दोनों को निर्दलीय प्रत्याशी सह पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रितेश रंजन एवं निवर्तमान विधायक सह जाप प्रत्याशी जफर आलम वोट बैंक में सेंध मारी कर मुकाबले को रोचक बना रहे हैं। जाप प्रत्याशी आरजेडी के वोट बैंक में सेंधमारी कर रहे हैं वहीं निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन एनडीए के वोट बैंक को सेंध रहे हैं। वही अन्य प्रत्याशियों में लोजपा से संजय कुमार सिंह, लोजपा सेक्यूलर से पिन्टू शर्मा, निर्दलीय प्रत्याशी खगेश कुमार सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा चुनाव को रोचक बनाने में दिन रात जनता के बीच प्रचार कर रहे हैं।

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उपरोक्त दोनों गठबंधनों के प्रत्याशी के जीत के समीकरण कितना बिगाड़ पाते हैं यह आने वाले कुछ दिन बताएगा। लेकिन इन दोनों प्रत्याशियों की जीत व हार के गणित को खराब करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। निवर्तमान विधायक अपने अल्प समय के कार्यकाल में जनता के बीच रह कर सेवा करने की दुहाई दे रहे हैं वहीं निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन हर समय सुख दुख में हर समय जनता के बीच उपलब्ध रहने की बात कर रहे हैं।

मुकेश सहनी(फाइल फोटो)

वही आरजेडी व वीआईपी पार्टी प्रत्याशी की परेशानी यह है कि दोनों चुनाव के समय जनता के बीच नजर आते हैं। आरजेडी प्रत्याशी लॉकडाउन जैसे गंभीर समय में जनता के बीच कभी नजर नहीं आए हैं वहीं यहीं हाल वीआईपी प्रत्याशी का भी है। आरजेडी प्रत्याशी के पिता खगड़िया के वर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली केसर पर भी यही मोहमत लगती है कि वो क्षेत्र में नजर नहीं आते हैं।

उपचुनाव में आरजेडी की जीत : एक साल पहले हुई सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा चुनाव में यह सीट आरजेडी के खाते में गई थी यहां से निवर्तमान विधायक जफर आलम ने जदयू प्रत्याशी डॉ अरुण कुमार को मात दी थी। वही वीआईपी पार्टी प्रत्याशी गणेश निषाद निषाद तीसरे नंबर पर रहे थे।

निवर्तमान विधायक जफर आलम (फाइल फोटो)

विधानसभा उपचुनाव 2019 चुनाव परिणाम
आरजेडी जफर आलम : 71435 वोट
जेडीयू डॉ अरुण कुमार : 55927 वोट
वीआईपी गणेश निषाद : 25225 वोट

वही अगर बात 2015 में हुए विधानसभा चुनाव की करे तो यह सीट आरजेडी-जदयू गठबंधन के तहत जेडीयू के खाते में गई थी और यहां से वर्तमान मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव ने जीत दर्ज की थी उन्होंने लोजपा प्रत्याशी सह वर्तमान आरजेडी प्रत्याशी युसूफ सलाउद्दीन को मात दी थी। वही निर्दलीय प्रत्याशी रितेश रंजन तीसरे नंबर पर रहा था।

जेडीयू की जीत – विधानसभा चुनाव 2015 :
जदयू दिनेश चंद्र यादव : 78514 वोट
लोजपा युसूफ सलाउद्दीन : 40708 वोट
निर्दलीय रितेश रंजन : 9847 वोट

वर्तमान में इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 3 लाख 38 हजार 2 सौ 68 है। जिनमें पुरूष वोटर की संख्या 1 लाख 75 हजार 562 है वहीं महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 62 हजार 6 सौ 99 है। ये मतदाता कुल 338 मुल मतदान केन्द्र व 140 सहायक मतदान केंद्र सहित कुल 478 केन्द्र पर 22 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला करेंगे।

निर्दलीय प्रत्याशी नेता रितेश रंजन(फाइल फोटो)

इस विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तीन प्रखंड 2002 के नए परिसीमन के बाद बनें है जिसमें महिषी प्रखंड, सिमरी बख्तियारपुर एवं सलखुआ प्रखंड शामिल हैं। इस विधानसभा क्षेत्र का बड़ा हिस्सा पूर्वी कोशी तटबंध के अंदर आता है। यहां आज भी आवागमन बहुत बड़ी चुनौती है। डेंगराही एवं कठडुमर घाट पर पुल निर्माण यहां की जनता की बड़ी मांग है।

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कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि इस बार सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा चुनाव का मुकाबला रोचक बन गया है। अब देखने वाली बात होगी कि 7 नवंबर को यहां के मतदाता किसे विधानसभा भेजने का फैसला करती है।

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