सलखुआ थाना क्षेत्र के उटेसरा से हुई थी अपहृत, गोगरी जमालपुर के धनछर से हुई बरामद

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के उटेसरा से चार माह पहले अपहृत युवती को सलखुआ थाना पुलिस ने खगड़िया जिले के गोगरी जमालपुर के धनछर गांव से सकुशल बरामद कर लिया गया है।

अपहृत युवती को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल जांच व न्यायालय में 164 के बयान के लिए भेज पुलिस अग्रतर कार्रवाई में जुट गई है। सलखुआ थानाध्यक्ष एम रहमान ने बताया कि सलखुआ थाना कांड संख्या -56/20 के नाबालिग अपहृता को गोगरी जमालपुर के धनछर गांव से रविवार को बरामद करने में सफलता मिली है।

उन्होंने बताया कि उटेशरा पंचायत के उटेशरा से अपहृत लड़की को सलखुआ थाना पुलिस के नेतृत्व में एएसआई नरेन्द्र सिंह ने खगरिया जिले गोगरी जमालपुर के धन्छर गाँव से रविवार सुबह अपहरणकर्ता लड़के के फुआ के घर से बरामद किया है।

थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामद की गई लड़की को मेडिकल जांच एवं न्यालय में 164 बयान के लिए भेजा दिया गया है। वहीं अपहरण काण्ड के शेष अभियुक्त लड़के की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जानकारी के अनुसार सलखुआ थाना के उटेसरा गांव से 25 फरवरी की रात गांव के ही परमानंद यादव के पुत्र कृष्णनन्दन कुमार, अभिनंदन कुमार एवं चुनचुन देवी, चंदन उर्फ पुलों कुमारी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी।मामला 25 फरवरी के रात की बताई गई थी।

अपहृता के पिता ने थाना को दिए आवेदन में बताया था कि घटना की रात उसकी पुत्री अपने घर मे सोयी थी, कि सभी आरोपी जबरन घर मे घुस हथियार के बल पर पुत्री का मुंह बंद कर बाहर लाया तथा पहले से अभिनंदन बाइक लेकर खरा था।और बाईक पर जबरन बैठा कर अपहरण कर लिया। अपहृता के पिता द्वारा विरोध करने पर परमानंद यादव पिस्टल तानते हुए जान मारने की धमकी दी तथा चुप रहने को कहा।

इतना ही नहीं सुबह में सरपंच व अन्य ग्रामीणों को कहा तो दूसरे दिन पंचायत में लड़की को शाम तक लौटने के बारे में स्वीकार किया था।लेकिन लड़की को नहीं लाकर दिया,तब अंत मे थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया गया।आखिर पुलिस ने चार माह बाद अपहृता को बरामद किया। हालांकि उपरोक्त मामला को प्रेम प्रसंग से जोड़ कर देखा जा रहा है।