208 छात्र सहरसा के बाकी है अन्य जिलों के, सभी को भेजा गया क्वारंटाइन सेंटर

सहरसा : लॉकडाउन की वजह से बिहार के बाहर फंसे बिहारियों को सुबे में लाने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार की रात केरल से लोगों को सहरसा लाया गया वही यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। महाराष्ट्र के नंदूरवार से श्रमिक स्पेशल ट्रेन सहरसा पहुंचा। इस स्पेशल ट्रेन में 1015 छात्र थे। जिसमें से 208 छात्र सहरसा जिले के रहने वाले हैं और शेष अन्य जिलों के हैं। प्लेटफार्म नंबर एक पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंचने से पहले जिलाधिकारी कौशल कुमार, एसपी राकेश कुमार, एसडीओ शंभूनाथ झा, स्टेशन अधीक्षक नीरज चंद्र सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम सहरसा पहुंची हुई थी।

सांकेतिक चित्र

ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही हर बोगी से एक-एक करके छात्रों को बाहर आने को कहा गया। वहीं एहतियात के तौर पर प्लेटफार्म पर करीब 500 घेरा बनाया गया था ताकि छात्रों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पंक्तिबद्ध करते हुए बारी-बारी से सबकी जांच करायी गयी और 25-25 की टोली में छात्रों को बस पर बिठाकर स्टेडियम ले जाया गया। जहां उसका रजिस्ट्रेशन करके सहरसा जिले के छात्रों को छोड़कर शेष 807 छात्रों को दूसरे जिला भिजवाने की व्यवस्था में जिला प्रशासन जुट गया।

सहरसा बस्ती के मो. मुन्ना ने बताया कि वह नंदूरवार मदरसा में पढ़ने के लिए गये थे। वहीं गोपालगंज का रहने वाले मो. अशरफ ने बताया कि वह पिछले एक साल से महाराष्ट्र के अतलकुंवा मदरसा में रहकर पढ़ाई करते हैं। सारण के मो. जमशेद आलम ने कहा कि वे दो साल से नंदूरवार मदरसा में रहते हैं। कई छात्रों ने यात्रा टिकट दिखाते हुए कहा कि उन्हें टिकट मदरसा की तरफ से दिया गया था। हालांकि अधिकांश के पास टिकट नहीं थे।

जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1015 मदरसा के छात्र पहुंचे हैं। स्टेडियम में रजिस्ट्रेशन के बाद क्वारंटाइन में 21 दिनों के लिए रखा जाएगा। वहीं मधेपुरा जिला के 500 छात्र है और शेष अन्य जिलों के है। सहरसा के बाहर जिलों के छात्रों को उसके गृहजिला भेजा जाएगा।

एक छात्र मिला संदिग्ध : नंदूरवार से आए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से एक 11 वर्षीय छात्र संदिग्ध मिला। स्टेशन पर ही जांच के दौरान थर्मल स्क्रीनिग के दौरान संदिग्ध की पहचान की गई। तत्काल इसकी सूचना मौजूद डीएम को दी गई। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि संदिग्ध छात्र मिला है जिसे जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।

सभी छात्रों को मिला फूड पैकेट : सहरसा स्टेशन पर जांच के दौरान ही सभी छात्रों को रमजान को लेकर बेहतर फूड पैकेट व बोतल बंद पानी दिया गया। जिला प्रशासन ने पहले से ही 50 बसों को स्टेशन से लेकर शंकर चौक तक लाइन लगवा दिया।

केन्नानूर से 1135 मजदूर पहुंचे थे सहरसा : केन्नानूर से श्रमिक स्पेशल ट्रेन सहरसा मंगलवार की रात पहुंची थी। जिसमें 1135 मजदूर सवार थे। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन से एक भी मजदूर सहरसा के नहीं थे। बाहर के मजदूरों को संबंधित जिलों में भेज दिया गया है। इस मौके पर डीएम के अलावा एसपी राकेश कुमार, पूर्व मध्य रेल के डीसीएम प्रसन्न कुमार, एसडीओ शंभूनाथ झा, एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, स्टेशन अधीक्षक नीरज चंद्र, आरपीएफ इंस्पेक्टर सारनाथ, डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव सहित अन्य थे।