सुबह सात बजे से लेकर रात नौ बजे तक घरों में रहेंगे आमजन
DELHI : प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के लोगों को लग रहा है कि वे कोरोनो से सेफ हैं सुरक्षित हैं, लेकिन कोरोना से निश्चिंत होने की ये सोंच सही नहीं है. पीएम ने कहा कि मैंने जो कुछ देशवासियों से जो भी मांगा है वो मुझे दिया है. आज मैं 130 करोड़ देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं. मैं मांग रहा हूं कि मुझे आपका कुछ सप्ताह चाहिये. मुझे आपका कुछ समय चाहिये।
दुनिया के जिन देशों में कोरोना का कहर देखा जा रहा है, वहां ये देखा गया कि वहां अचानक से विस्फोट हुआ. अचानक से इस कहर बहुत तेजी से फैला. भारत सरकार इस बीमारी के पूरे ट्रैक रिकार्ड पर बहुत करीबी से नजर रखे हुए है. दुनिया के देशों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को आइसोलेट करके स्थिति संभाला है।
भारत जैसे देश पर कोरोना का ये संकट सामान्य बात नहीं है. आज जब बड़े और विकसित देशों में महामारी की स्थिति देख रहे हैं तो भारत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा ये मानना गलत है. इससे निपटने के लिए हमें संकल्प और संयम दृढ़ करना होगा. हमारे देश के नागरिकों को ये संकल्प करना होगा कि हम केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करना होगा. आज हमें संकल्प लेना होगा कि हम खुद संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचायेंगे।
ऐसी स्थिति में जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है तो हमारा खुद स्वस्थ रहना सबसे जरूरी है. इस बीमारी से बचे रहने का दूसरा तरीका है संयम. संयम मतलब सोशल डिसटेंटिंग. सोशल डिसटेंटिंग सबसे कारगर माध्यम है जिससे इस महामारी के प्रभाव को कम किया जा सकता है. अगर आपको लगता है कि आप ठीक हैं और आपको कुछ नहीं होगा तो ये सोंच सही नहीं है. ऐसा करके आप अपने और अपने परिवार के साथ अन्याय करेंगे।
इसलिए मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से निकलने से बचने. जब बेहद जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें. समाज के सभी लोगों को भीड़भाड़ से खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिये. मेरा आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी बुजुर्ग हैं जिनकी उम्र है 60-65 साल से ज्यादा है वे घर से बाहर नहीं निकलें।
पहले जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैक आउट होता था. आज मैं प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. ये जनता कर्फ्यू है. जनता के लिए जनता द्वारा लगाया कर्फ्यू. इस रविवार को सुबह 7 बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू लगायें. इस दौरान कोई भी आदमी घर से बाहर नहीं निकले. न बाजार जायें ना देखने के लिए जायें कि कौन बाहर निकला है। साभार फर्ट बिहार-झारखंड।