एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 6 जनवरी को चांदनी चौक के समीप हुई थी हत्या

सहरसा : छह जनवरी की शाम शहर के चांदनी चौक के समीप एक मोबाइल कंपनी के कर्मी मंतोष ठाकुर की हुई हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि एक अन्य की संलिप्तता रहने की बात भी सामने आ रही है।

सदर थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि बटराहा वार्ड नंबर 25 निवासी मंतोष ठाकुर की चाकू गोदकर हत्या करने में शहर के रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी शिवशंकर कुमार का हाथ रहने की बात अनुसंधान में सामने आई। जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मंतोष और शिवशंकर एक ही लड़की से प्यार करता था। दोनों उस लड़की से फोन पर बातें भी करता था। इसी दौरान लड़की की भी शादी हो गई और मंतोष की भी शादी हो गई। जबकि शिवशंकर पहले से शादीशुदा था। परंतु वह लड़की शिवशंकर के संपर्क में रही मगर मंतोष से बातें नहीं करना चाहती थी। इसकी जानकारी लड़की के द्वारा शिवशंकर को दी गई।

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हालांकि शिवशंकर पहले से मंतोष की आदतों से चिढ़ा हुआ था क्योंकि कुछ माह पहले जब लड़की शिवशंकर के साथ भाग गई तो उसे खोजने में मंतोष की अहम भूमिका रही थी। इसके चलते शिवशंकर मंतोष से बदला लेने की फिराक में था। यही कारण रहा कि मौका मिलते शिवशंकर ने मंतोष की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। अब इस मामले में परिजनों ने दो लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

घटना से पूर्व लड़की से की थी बात : वैज्ञानिक अनुसंधान में यह बातें सामने आई है कि शिवशंकर ने घटना से कुछ देर पहले लड़की से बातें की थी। जबकि चार माह में करीब 13 सौ मर्तबा दोनों में बातचीत हुई थी। लड़की से बात करने के बाद वह अपने मोबाइल का स्वीच ऑफ कर लिया और हत्या के बाद फिर मोबाइल का स्वीच ऑन किया। जब वह लड़की से बातें की तब शिवशंकर का टावर लोकेशन गांधी पथ था और वह मंतोष के दुकान बंद होने का इंतजार कर रहा था। उसके बाद शिवशंकर चांदनी चौक पहुंचा, जहां अंडा दुकान के पास उसका इंतजार करने लगा। मंतोष जैसे ही चांदनी चौक से घर की ओर बढ़ा तो उसका पीछा कर रहे शिवशंकर ने मौका पाते ही उसपर चाकू से वारकर उसकी हत्या कर दी।

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मंतोष की रिश्तेदार है लड़की : जिस लड़की से शिवशंकर प्यार करता था। उससे मंतोष भी प्यार करता था बल्कि वह लड़की मंतोष के दूर के रिश्ते में भी थी। जबकि शिवशंकर के भाभी की वह लड़की सहेली थी। जिसके चलते दोनों की उस लड़की जान-पहचान हुई थी और दोनों लड़की को दिल दे बैठे थे। जबकि शिवशंकर को पहले से दो पुत्र है और पत्नी भी गर्भवती है।

सदर थानाध्यक्ष राज मणि

मोबाइल पहुंचाने में फंसा था शिवशंकर : लड़की को मोबाइल पहुंचाने में शिवशंकर फंस गया। बताते हैं कि चार-पांच माह पूर्व लड़की को मोबाइल देने शिवशंकर बाइक से एक दोस्त के साथ उसके गांव गया था। जहां दोस्त को मोबाइल लेकर लड़की के पास भेज दिया। लड़की के परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो वह शिवशंकर के दोस्त को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। ऐसे में जान बचाकर शिवशंकर को भी वहां से बाइक छोड़कर भागना पड़ा। बाद में जब इस मुद्दे पर पंचायत हुई तब पंचनामा बनाने के बाद उसे बाइक मिली।

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क्या कहते हैं थानाध्यक्ष : सदर थानाध्यक्ष राजमणि ने बताया कि एक लड़की व दो प्रेमी के चक्कर में मंतोष की हत्या हुई थी। इस मामले में तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद एक आरोपित की गिरफ्तारी की गई है। श्रोत दैनिक जागरण।