कोशी-सीमांचल के लोगों ने नववर्ष पर जमकर की मस्ती,भंसार कटाने के लिए लगी रही लाइन

नेपाल से लौटकर गेस्ट रिपोर्टर आयुष कुमार की स्पेशल कवरेज : नववर्ष 2020 का स्वागत कोशी-सीमांचल के लोगों ने नेपाल के तराई से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों व वहां के मंदिरों और पार्को में पिकनिक मनाने के साथ-साथ नेपाल जा कर जमकर जाम छलकाया व मस्ती की। नेपाल से सटे सहरसा,सुपौल और मधेपुरा, अररिया आदि के हजारों लोगो एक जनवरी की सुबह से शाम तक नेपाल के विभिन्न पर्यटन स्थलों का मजा लेते हुए शानदार तरीके से न्यू ईयर मनाया।

कोशी बराज व जोगबनी में भंसार कटाने को लगी रही लंबी लाईन : नये साल को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित कोसी बैराज के निकट व जोगबनी बोर्डर पर नेपाल के भंसार कार्यालय में 31 दिसम्बर की शाम से ही भंसार कटाने के लिए चार पहिया वाहनों की लंबी लाइने लगने लगी। यह लाइन एक जनवरी की सुबह और बढ़ने लगी।

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वही दोपहर तक आते-आते भंसार कार्यालय से लेकर कोसी बैराज तक भंसार कटाने वालो की लंबी लाइन लग गई। यहां यह बता दे कि भारत से नेपाल में इंट्री करने के उपरांत भंसार कटाना अनिवार्य है। यह दिनों के हिसाब से कटाया जाता है। एक दिन का चारपहिया वाहन का भंसार शुल्क लगभग तीन सौ रुपया होता है।

भेडेटार, नमस्ते झील, बारा क्षेतर आदि स्थल थी पहली पसंद : इस इलाके के लोगो के लिए नववर्ष मनाने का सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल भेडेटार, बारा क्षेतर, पशुपतिनाथ मंदिर, नमस्ते झील आदि पर्यटन स्थल के साथ विभिन्न अलिशान होटल रहा। सभी होटल लगभग हाउस फुल का बोर्ड लगा दिया।

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सुपौल से लगभग डेढ़ सौ किलो मीटर की दुरी पर स्थित नेपाल के धनकुट्टा जिले में स्थित भेडेताड़ नेपाल के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है। खुशगवार मौसम और पहाड़ी इलाका कोसी-सीमांचल इलाके के लोगो को नये साल में खूब पसंद आया। सहरसा, सुपौल और मधेपुरा के युवाओं की फौज दिन भर पहाड़ी माहौल में मजा लेते रहे। भेडेताड़ चौक से लेकर विभिन्न पर्यटन स्पॉट पॉइंट पर डीजे की धुनों पर दिन भर धमाचौकड़ी करते रहे।

सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ, बनगांव, पिपरा, आलमनगर, सिंहेश्वर आदि से पहुंचे युवाओं ने बताया कि चूँकि बिहार में बेहतरीन पर्यटन स्थलों की घोर कमी है, जिस वजह से हमें नेपाल का रुख करना पड़ता है। युवाओं ने यह बात भी कहने से परहेज़ नहीं किया कि शराबबंदी की वजह से पर्यटन बर्बाद हो गया बिहार में।

झील व मंदिरों, रेस्टोरेंट में रही भीड़ : कोशी वासियो के लिए भेडेेताड़ के अलावे भेडेताड़ से आठ किलो मीटर की दुरी पर स्थित नमस्ते झरना का भी कोसी इलाके के लोगो ने खूब लुत्फ उठाया। लगभग अस्सी मीटर ऊपर से गिरने वाले पहाड़ी झरने देखने के लिए टिकट काउंटर पर लंबी लाइन लगी रही।

सहरसा शहर से पहुंचे युवाओं के ग्रुप में शामिल आकाश, रोहन, आदित्या, विकास आदि ने बताया कि वो 31 दिसम्बर की रात ही नेपाल पहुँच गये और आज नमस्ते झरना देखने पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके ग्रुप के कुछ लोगो ने स्नान भी किया। वही कुछ युवा जो अपना नाम नही छापने की शर्त पर बताया की हमलोग नेपाल शराबंदी की मार की वजह से आये है यहां धुमने फिरने के अलावा जाम भी मिल जाता, मौज के साथ मनोरंजन भी मिल गया।

जमकर नेपाल ने शराबंदी का फायदा उठाया‌ : नववर्ष आने से दो दिन पूर्व से ही बैराज के निकट नए साल मनाने वालों और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। बैराज के बीच नदी के रेत पर भी नाव से पहुंचकर पर्यटक अपने परिजनों के साथ नए साल के लुफ्त उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बिहार में शराबंदी ने नेपाल के पर्यटन व्यवसाय को चार चांद लगाने का काम किया।

नेपाल के एक रेस्टोरेंट मालिक सुप्रिया थापा, औझा गुरूंग, सोनल थापा आदि ने बताया की अन्य वर्ष की भांति इस बर्ष लोगो की भीड़ ज्यादा है जिसमें युवाओ की संख्या अधिक है। वही पहाड़ी ईलाकों में शराब का काम प्रिंट रेट से अधिक लिया जा रहा था। वही सहरसा, सुपौल और मधेपुरा के विभिन्न इलाको से पहुंचे युवाओं की टोली ने कोसी बैराज के नेहरू पार्क के मैदान में नए साल को लेकर नव निर्मित दर्जनों दुकान के आसपास नया साल मनाया। इन दुकानों में आने वाले पर्यटकों के लिए मछली, चिकेन, मटन से लेकर तरह-तरह के खाने पीने के व्यंजन के दिन भर इंतेजाम रहे जिसका कोसिवासियो ने खूब लुत्फ़ उठाया।

नेपाल ने पहले से इंतजाम कर लिया था : बिहार में शराबबंदी के बाद इस साल नेपाल जाने वाले पर्यटकों की संख्या अधिकतम बतायी जा रही है। जिसको लेकर नेपाल के विभिन्न इलाकों में स्थानीय दुकानदारों ने पहले से ही शराब और बीयर का इंतजाम कर रखा था। वही एक जनवरी और दो जनवरी को नेपाल के विराट नगर से लेकर धरान और भेडेताड़ तक में कोसिवासियो ने जमकर जाम छलकाया। बिहार के सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिले की सैकड़ो गाड़ियां नेपाल में देखने को मिली।

प्रशासन व्यवस्था चुस्त दुरूत थी : वहीं इन सबके बीच नेपाल स्थित कोसी बराज के एक कर्मी ने बताया कि नए साल में बराज पर होने वाली भीड़ के मद्देजनर सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिले से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी है जिसमें नेपाल आ‌र्म्स फोर्स के साथ ट्रैफिक पुलिस को भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाया गया है। वही भारतीय प्रभाग में एसएसबी चेक पोस्ट पर सभी आने जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है ताकि सुरक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान न हो सके।