सहरसा में 18 किमी मुख्य मार्ग एवं 159 उपमार्ग सहित कुल 240 किमी बनेगी मानव श्रृंखला

सहरसा से V & N की रिपोर्ट : जल-जीवन-हरियाली व नशामुक्ति के समर्थन में तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा को मिटाने के लिए आगामी 19 जनवरी, 2020 को आयोजित होने वाली राज्यव्यापी मानव श्रृंखला में आमजनों की भागीदारी से ऐतिहासिक होगा।

उक्त बातें जिलाधिकारी शैलजा शर्मा ने समाहरणालय सभाकक्ष में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सुपौल, मधेपुरा और खगड़िया जिले की सीमा से सहरसा जिले का मानवश्रृंखला जुड़ेगा। 19 जनवरी को 11.30 बजे से 12 बजे तक जिला में 240 किलोमीटर मानवश्रृंखला निर्माण किया जाएगा, जिसमें 18 किलोमीटर मुख्य मार्ग और 159 किलोमीटर उपमार्ग शामिल है। डीएम ने बताया कि इसके लिए हर स्तर पर तैयारी चल रहीं है, परंतु इसे ऐतिहासिक तभी बनाया जा सकता है, जब इसका आमलोगों के बीच इसका चर्चा हो। कुरीतियों के खिलाफ लोग आधे घंटे तक हाथ से हाथ मिलाकर खड़े हों।

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बताया गया कि जिलास्तर और प्रखंड स्तर पर कमेटियों का गठन कर लिया गया है। इन कमेटियों की लगातार बैठकें हो रही है। प्रखंड स्तर पर शिक्षा विभाग, जीविका, आशा कार्यकर्ता, मनरेगाकर्मी, आवास सहायक, किसान सलाहकार, विकास मित्र, डीलर आदि के साथ तैयारी संबंधी बैठक की जा रही है। कला जत्था के तीन दलों द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं गीत के माध्यम से सामाजिक वातावरण तैयार किया जा रहा है।

उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा सेवक, केआरपी एवं राज्य संसाधन समूह के द्वारा नारा लेखन किया जा रहा है। बैनर होर्डिंग, मुख्यमंत्री की जनता एवं जनप्रतिनिधियों से अपील के प्रति का वितरण किया जा रहा है। जिला स्तर पर 14 जनवरी को साइकिल रैली, 15 को पदयात्रा, 16 को मशाल जुलूस, 17 को प्रभातफेरी और 18 को पुन: साईकिल जुलूस निकालकर कार्यक्रम का प्रचार- प्रसार किया जाएगा।

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डीपीआरओ दिलीप कुमार देव ने बताया कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की आठ टीमों द्वारा वीडियोग्राफी की जाएगी। ड्रोन कैमरा के अलावा सेटेलाईट के माध्यम से सेंन्ट्रल फोटोग्राफी की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी जयशंकर प्रसाद ठाकुर ने शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही तैयारी की विस्तृत जानकारी दी।

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