किसनगंज में 2020, मधेपुरा 2021 तो सहरसा में 21 तक आपूर्ति होगी शुरू, सर्वेक्षण शुरू

सहरसा : अब कुछ दिनों में उत्तर बिहार के तीन जिलों में गैस के लिए लाइन लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सहरसा में 2022, मधेपुरा में 2021 और किशनगंज जिले में 2020 में रसोई गैस पाइप लाइन बिछेगी। इसके बाद लोगों के घरों में पाइप से गैस की आपूर्ति होगी। इसके लिए तीनों जिले में डिटेल सर्वे की जा रही है। किशनगंज-मधेपुरा-सहरसा तक 64 किमी मुख्य रूट में सर्वे का काम टॉपकोन मशीन से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) द्वारा भरूच गुजरात की कंपनी के कर्मी कर रहे हैं।

सांकेतिक फोटो

देशपांडे पाटिल कंसल्टेंट के सीनियर सर्वेयर अशोक पटेल के नेतृत्व में टीम में सर्वेयर इंजीनियर घनश्याम चौहान, भगवान चौहान, रमेश दात्रे सहित अन्य शामिल हैं। किशनगंज में टीम ने मुख्य रूट में सर्वे पूरा कर लिया है। सहरसा और मधेपुरा में तीन सदस्यीय अलग-अलग टीम सर्वे कर भौगोलिक क्षेत्र का अध्ययन कर रही है। मुख्य रूट में कितने मकान हैं, कहां जंक्शन बनेगा सहित अन्य बिंदुओं को चिन्हित कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

ये भी पढ़ें : रोज़ाना इसे पीने से 36 की कमर 25 की हो जाएगी, जानें कैसे…

सीनियर सर्वेयर अशोक पटेल ने कहा किशनगंज से मधेपुरा होते सहरसा तक 64 किमी मुख्य रूट में स्टील पाइप बिछाई जाएगी। इसके बाद पीई लाइन बिछाई जाएगी। सड़क के किनारे 8 से 12 इंच की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। कहा वर्ष 2020 में किशनगंज, 2021 में मधेपुरा और 2022 में सहरसा के हर घरों को गैस पाइप लाइन से जोड़ने की तैयारी है। प्रधानमंत्री के ग्रीन भारत कार्यक्रम के तहत यह काम किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें : फिर बे-पटरी हुई शहीद राजनंदन भारत गैस एजेंसी की वितरण व्यवस्था

तीनों जिले में होगा एक-एक जंक्शन : तीनों जिले के मुख्य रूट में एक-एक जंक्शन बनाया जाएगा। सर्वेयर इंजीनियर घनश्याम चौहान ने बताया कि सहरसा में स्टेशन से कुछ आगे जंक्शन बनाया जाएगा।

चार दिन एलपीजी फिर सीएनजी की होगी आपूर्ति: पाइप लाइन से आपूर्ति चालू होने के बाद एलपीजी और सीएनजी दोनों तरह के गैस की आपूर्ति होगी। सीनियर सर्वेयर ने कहा चार दिन एलपीजी फिर दो से तीन दिन सीएनजी की आपूर्ति की जाएगी। एलपीजी या सीएनजी आपूर्ति से पहले पी ग्रेड मशीन से पाइप लाइन को साफ किया जाएगा।

कम पड़ेगी कीमत और गैस सिलिंडर आने का इंतजार होगा खत्म : पाइप लाइन से आपूर्ति व्यवस्था के बाद गैस सिलिंडर आने और ढोने का लोगों का इंतजार खत्म होगा। लोग अपनी जरूरत मुताबिक गैस का उपयोग कर पाएंगे। सीनियर सर्वेयर ने बताया कि कम कीमत लगने के कारण गैस का उपयोग गरीब लोग भी कर पाएंगे। प्रदूषण नहीं फैलने से पर्यावरण के दृष्टिकोण से यह व्यवस्था लाभकारी साबित होगी। इधर लोग भी योजना को लेकर बेहद उत्साहित हैं। श्रोत -लाइव हिन्दुस्तान