डीएम, एसपी, डीएसपी सहित वरीय अधिकारियों ने शहीद जवान को किया नमन्

सहरसा के गम्हरिया गांव से लौटकर V & N की रिपोर्ट : बिहार के छपरा जिले के मढौरा में मंगलवार की रात करीब 8 बजे अपराधियों से हुए मुठभेड़ में बिहार पुलिस के जवान सहरसा के बेटे की मौत से उसके गांव में मातम छा गया है। बुधवार को शहीद जवान का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से उसके पैतृक गांव गम्हरिया लाया गया।

शहीद जवान मोहम्मद फारूक आलम जिलए के गम्हरिया पंचायत के वार्ड नंबर 9 के रहने वाले थे। गांव शव पहुंचते ही लोगों का हुजूम अपने वीर जवान का अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े। हर किसी की आंखों नम नजर आ रही थी वहीं गर्व से सीना फुला हुआ था कि वतन के लिए शहीद हुआ।

वहीं जवान की मौत की खबर सुनकर परिजन से मिलने डीएम शैलेजा शर्मा, एसपी राकेश कुमार, एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, विधायक अरुण कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अलीशा कुमारी, बैजनाथपुर ओपी प्रभारी संजीव कुमार, सौर बाजार थाना अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद समेत अन्य पहुंच शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर फुल चढ़ा नमन किया वहीं परिजनों को ढ़ांढ़स बंधाया।

शहीद के पिता मोहम्मद अलीम ने बताया कि बकरीद पर्व को लेकर वह बीते सप्ताह ही ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर आया था। इसके बाद बीते सोमवार को वापस छपरा ड्यूटी पर गया ही था कि दूसरे ही दिन मंगलवार को करीब 9:30 बजे रात मुझे सूचना मिली की बदमाशों के साथ मुठभेड़ में बेटा शहीद हो गया है।

ये भी पढ़ें : छपरा के मढ़ौरा में अपराधियों ने की पुलिस पर फायरिंग, दो की मौत

https://aajtak.intoday.in/story/bihar-police-constable-raid-died-marhaura-market-saran-chhapra-1-1112221.html

फिर जब बैजनाथपुर पुलिस के माध्यम से सूचना मिली तो घर में मातम छा गया। इसके बाद करीब 12:30 बजे रात में एसपी साहब और डीएसपी प्रभाकर तिवारी ने मेरे घर पर आकर मेरे परिवार और मुझे सांत्वना दी और कहा कि मैं कल फिर आपके बेटे की डेड बॉडी को लेकर आऊंगा।

वहीं बुधवार सुबह से ही शहीद के घर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया वहीं पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। शहीद मोहम्मद फारूक के बड़े भाई मोहम्मद फिरोज भी पटना में पुलिस इंस्पेक्टर हैं। इनके निकाह को करीब 1 साल भी पूरा नहीं हुआ। 9 सितंबर 2018 को सहरसा बस्ती निवासी मोहम्मद उस्मान के पुत्री गुफराना परवीन से निकाह हुआ था। पत्नी का भी रो रो कर बुरा हाल है कुछ भी नहीं बोल पा रही है रोते-रोते बार-बार बेहोश हो जाती है।

ये भी पढ़ें : गार्ड ऑफ ऑनर के साथ मासूम पुत्र ने दी शहीद दरोगा पिता को मुखाग्नि,पंचतत्व में विलीन