विगत 11 जून से डेंगराही में पुल निर्माण की मांग को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को भगवान मान कर रहे हैं उपवास

नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद उपवास स्थल पर भर गया पानी तो नदी घाट पर कर रहे उपवास

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती। सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड अंतर्गत पूर्व कोशी तटबंध के अन्दर कोशी नदी के डेंगराही घाट पर पुल निर्माण सहित अन्य मांगों को लेकर डेंगराही घाट पर उपवास कर रहे भूषण कुमार का उपवास 45 वें दिन भी जारी है।

शनिवार को नेपाल के कोशी बराज से पौने चार लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज के बाद उपवास स्थल पानी में डुब गया है। इसके बावजूद भूषण ने उपवास जारी रखा है और इस बात पर अडिग भी है कि जब तक प्राण नही छुटेगा तब तक यह उपवास जारी रहेगा।

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रविवार को आसपास के ग्रामीण पहुंच उपवास को समर्थन दे रहे हैं। वहीं पानी बढ़ जाने के बाद भूषण ने डेंगराही घाट पर शरण ले रखा है जहां वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हनुमान रूपी रूप की पुजा नित्य दिन कर रहे हैं। भूषण की माने तो वह किसी भी सुरत में उपवास खत्म करने की नहीं सोच रहा है।

शुक्रवार को उपवास स्थल पर आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने भी पहुंच कर उपवास को अपना समर्थन देना शुरू कर दिया है। वही आज एक सप्ताह इस उपवास का पुरा हो गया है। उपवास कर रहे भूषण कुमार लगातार ये उपवास जारी रखने की बात कह रहे हैं।

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यहां बताते चलें कि बीते 11 जून शुक्रवार सुबह से डेंगराही घाट पर पुल निर्माण की मांग को लेकर भूषण कुमार उपवास पर बैठा है.भूषण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना भगवान मानता है।

भूषण के मुताबिक वह पीएम मोदी को भगवान और खुद को भक्त मानता है.उसने अपने भगवान को अपनी अनशन रूपी तपस्या से खुश कर वरदान मांगने की चाह में अनशन शुरू किया है.वह हमेशा ओम नमो नरेंद्राय नमः का जाप भी कर रहा है.है।

कौन है भूषण : भूषण कुमार मूल रूप से सलखुआ अंतर्गत कबीरा गांव का रहने वाला है। परंतु बीते डेढ़ साल से सहरसा में रह बैंक में नौकरी कर अपना जीवन यापन कर रहा है।