परिजनों सहित ग्रामीणों ने मारपीट का भी लगाया आरोप, मामला थाने से रफा दफा

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : बिहार में सुशासन के शासन का क्या हाल है अब किसी से छुपी हुई नहीं रह गई है। सरेआम नियम कानून को ताक पर रख एक चौकिदार द्वारा चोरी करने के एक नाबालिग लड़के को हाथ बांध घुमाते हुए थाना पहुंचाया।

इस बीच उस नाबालिग के साथ मारपीट को भी अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं चुंकि मामला पुलिस से जुड़ा हुआ था इसलिए थाने से ही रफा दफा कर दिया गया।

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यह पुरा वाक्या सहरसा जिले के बख्तियारपुर थाना अंतर्गत सिमरी पंचायत के द्वारिका टोला का है। यहां रविवार देर रात इसी गांव के एक नाबालिग लड़के उम्र करीब 12-13 वर्ष को गांव के ही जवाहर पौद्दार के यहां चोरी करते पकड़ा गया। पहले तो गृहस्वामी ने नाबालिग के साथ मारपीट किया फिर उसे अपने घर में बंद कर दिया।

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अहले सुबह सोमवार को स्थानिय चौकिदार राम भरोस शर्मा को बुला उसके हवाले कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि चौकिदार ने पहले नाबालिग को पीटा फिर सरेआम हाथ बांध मुहल्ले से घुमाते हुए बख्तियारपुर थाना पहुंचा दिया।

अब सवाल यह कि आखिर इस तरह नाबालिग को हांथ बांधकर सरेआम घुमाते हुए थाने तक ले जाना कहाँ तक उचित एवं न्याय संगत है। अगर नाबालिग ने गुनाह किया था तो फिर थाने की गाड़ी से भी बिठाकर ले जाया सकता था।

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जबकि सुबह मामले की जानकारी होने पर उस गांव बख्तियारपुर पुलिस के अम्बिका शर्मा पुलिस बलों के साथ पहुंचे थे। पुलिस के पहुंचने से पहले ही चौकिदार उसे थाना पहुंचा दिया था।

चौकिदार राम भरोस शर्मा

हालांकि इस संबंध में पुलिस की मानें तो दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से रजामंद हो गए। चुंकि दोनों चचेरे भाई थे इसलिए चोरी का आरोप वापस ले लिया।