• एचएम महादलित बच्चों के साथ करती है भेदभाव व छुआछूत, मीनू के अनुरूप नहीं चलता एमडीएम

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) : सहरसा जिले के सलखुआ प्रखंड के गोरदह पंचायत के नव प्राथमिक विद्यालय कबैया मुशहरी के प्रधानाध्यापिका के खिलाफ ग्रामीणों ने वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर विद्यालय में कुव्यवस्था को लेकर गुहार लगाई है।

डीएम को दिए आवेदन में कहा गया है कि मध्याहन भोजन योजना, पोशाक छात्रवृत्ति योजना में धांधली एवं महादलित बच्चों के साथ छुआछुत करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।विधालय में 10-15 बच्चों की उपस्थिति भी नहीं रहती है, लेकिन मध्याह्न भोजन पंजी में प्रतिदिन 70-80 छात्रों की उपस्थिति दर्ज कर सरकारी राशि गवन किया जाता है।

प्रेषित आवेदन में ग्रामीण रौशन कुमार,प्रेम कुमार,ज्ञान सादा,पाण्डव सादा,सुगिया देवी,अंजनी कुमारी,मीरा देवी,सीमा देवी सहित दो दर्जन ग्रामीणों का हस्ताक्षर एवं निशानयुक्त आवेदन में कहा है कि सलखुआ प्रखंड के गोरदह पंचायत के नव प्राथमिक विद्यालय कबैया के प्रधानाध्यापिका द्वारा मध्याहन भोजन योजना की सरकारी राशि का खुलेआम गवन किया जाता है।

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जिलाधिकारी के नाम आवेदन मुख्यमंत्री बिहार सरकार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर,सलखुआ बीडीओ,बीईओ को प्रेषित कर कहा है कि एनपीएस के प्रधानाध्यापिका मध्याहन भोजन योजना एवं पोशाक छात्रवृत्ति योजना में धांधली के साथ – साथ स्कूली महादलित बच्चों के साथ छुआछुत की भावना रखती है।

महादलित बच्चों को घर से खाना खाकर आने को कहती हैं।जब बच्चे कहते हैं कि मैडम स्कूल एमडीएम बनवाइये तो मैडम जाति सूचक बातें कहकर भाग जाने कहती हैं। इतना ही नहीं स्कूली बच्चे जब सिलेट,कांपी लेकर मैडम के पास होमवर्क या पढ़ाने की बात कहते हैं तो वे छुआछुत की भावना से सिलेट कांपी को जमीन पर रखने कहती हैं।

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तब मैडम कांपी चेक करती है।और नीचे रख देती है तब स्कूली बच्चे अपना कांपी उठा कर ले जाते हैं।इससे साफ पता चलता हैं कि प्रधानाध्यापिका मह महादलित परिवार के बच्चे के साथ छुआछुत की भावना रखती है।इतना ही नहीं मिड-डे मील बनाने में बच्चों की संख्या के हिसाब से कम होता है। मिड-डे मील सही न बनने के कारण अभिभावक उन लोगों को खरीखोटी सुनाते हैं।

कई बार प्रयास किए जाने के बावजूद समस्या का समाधान न निकलने पर स्थिति से जिलाधिकारी को आवेदन के माध्यम से अवगत कराया गया है।इस बाबत प्रधानाध्यापिका ने बताया कि ग्रामीणों का आरोप सरासर ग़लत व बेबुनियाद है। दुर्भावना से यह सब किया जा रहा है।

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वही इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि आवेदन प्राप्त होते ही मामले की जांच कराई जाएगी अगर एचएम दोषी पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।