यूपी के मुरादाबाद की रहने वाली शबा सहरसा गायत्री पीठ में कर रही है इन्टरसिप कोर्स

योगा के साथ-साथ एरोबिक जुम्बा की भी लड़कियों को देती है ट्रेनिंग

सहरसा से V & N संवाददाता की रिपोर्ट :-

इन आँखों ने भेेेदभाव करना सीखा ही नही है, पैसे की तराजू में कभी किसी को तौला ही नही है… दर पर इसके इंसानियत रोज गुजरा करती है..मजहब हांथों में पैसे लिए बाहर खड़ी रहती है…!
जी हां कुछ ऐसा ही कहना है यूपी के मुरादाबाद की रहने वाली एक मुस्लिम छात्रा सबा खान का। तरफ देश भर में जहां धर्म के नाम पर लोग एक दूसरे के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश करते नज़र आते हैं, वहीं दूसरी तरफ यूपी के मुरादाबाद की रहने वाली छात्रा सबा खान गंगा-जमूनी तहजीब मिशाल कायम कर कौमी एकता के लिए लोगों के बीच मिसाल बन रही है ।

सहरसा के गायत्री शक्ति पीठ का जहां हरिद्वार के देवसंस्कृति विश्वविद्यालय की चार छात्राएं अलग – अलग कोर्स को लेकर एक महीने के इन्टरसिप के लिए यहां पहुंची है, उनमें से एक छात्रा का नाम सबा खान है जो कि यूपी के मुरादाबाद की रहने वाली है।
सबा खान धर्म मजहब से ऊपर उठकर योग का शिक्षा ग्रहण कर रही है और लोगों को योगा के लिए जागरूक कर रही है, योगा प्रायाणाम के साथ – साथ सबा खान लोगों को शरीर को फिट रखने के लिए एरोबिक जुम्बा डांस की ट्रेनिंग दे रही हैं।

इतना ही नही सबा खान संस्कृत में वैदिक मंत्रोच्चार भी धारा प्रवाह पढ़ती है और यज्ञ हवन में भी शामिल होती हैं। वहीं गायत्री शक्तिपीठ आने वाले लोग भी सबा खान से योगा के साथ – साथ एरोबिक जुम्बा की ट्रेंनिग ले रही हैं। सबा अन्य स्कूलों में भी जाकर बच्चों को योग के लिए जागरूक कर रही है।
शबा खान बताती हैं कि वो अपने घर मुरादाबाद में भी गरीब बच्चों को योग के गुर सिखाती है। भारतीय संस्कृति पद्धति योग को जो कहा गया है, उसपर सबा खान रिसर्च भी कर रही है। शबा कहती है हमारी भारतीय संस्कृति अनमोल है,और पूरे विश्व मे सबसे समृद्ध चिकित्सा पद्धति योग है,योग से कई बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है, हालांकि की शुरुवाती दौर में शबा के इस काम से कुछ लोगों ने भी इसका विरोध भी किया, बावजूद शबा की अम्मी सहित घर वालों ने शबा का साथ दिया और आगे बढ़ने की लालसा को लेकर सब बातों को दरकिनार करते हुए आज वो यहां तक पहुंची हैं। शबा कहती है कि हम सभी एक हैं, मजहब नही सिखाता आपस मे बैर रखना हिंदी हैं हम हिदुस्तान है हमारा।
वहीं फिटनेश के लिए योग,  प्रायाणाम, एरोबिक जुम्बा सीखने आने वाली लड़कियों में भी खासा उत्साह देखा जा है और वो शबा खान का भरपूर साथ दे रही है। लड़कियां कहती हैं कि इससे पूरे दिन एनर्जी फील होता है, ब्लड सर्कुलेशन तेज रहता है और दिमाग तरोताजा रहता है। आज शबा की मुरीद हर कोई बन रहा है।