सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।
दुश्मनी तो आप बहुतों देखें व सुने होंगे लेकिन कभी ऐसी दुश्मनी देखी है जिसमें दुश्मनी साधने के लिए दुश्मन ने खेत में जहरीला रसायन डाल नवजात गेहूं पौधे को बड़ा होने से पहले ही बर्बाद कर दिया।
अब खेत देख किसान इस कदर परेशान व हताश है कि गांव वाले से लेकर जनप्रतिनिधियों को खेत ले जा इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। वही दोषी को ढूंढ कार्रवाई की मांग कर रहा है।
मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अंतर्गत बख्तियापुर थाना क्षेत्र के भटौनी पंचायत के छोटकी बौरवा टोला की है। यहां के किसान नरेश यादव ने छोटे छोटे कई टुकड़ों में गेहूं की खेती की। जोत के बाद बड़े आरमानो से गेहूं बौ दिया।
करीब दस से पंद्रह दिनों बाद अचानक एक दिन बगल के किसी किसान ने नरेश को बताया कि तुमने जो गेहूं खेत में लगाया है वह पौधा तो सुखने लगा है। किसान नरेश जब खेत देखने गए तो उसके हौश उड़ गए खेत में पौधे तो लहलहरा कर निकले थे लेकिन वह धीरे धीरे सुख रहे हैं जबकि आसपास के खेतों में लगे पौधे लहलहा रहे हैं।
किसान ने बताया कि मामला समझते देर नहीं लगी जब उसी खेत से एक दुसरे किसान ने पानी की पाइप ले जा कर पटवन में सींच गए उसके खेत के पौधे पूर्णतः सुख गए।
उन्होंने इस बात की जानकारी स्थानीय लोगों के साथ पंचायत प्रतिनिधियों को दे कर इंसाफ की गुहार लगाई। किसान एवं स्थानिय लोगों ने बताया कि खेत में देने वाले खरपतवार नाशक खतरनाक रसायन का बड़ी मात्रा में समय से पहले किसी के द्वारा इसके खेत में डाल दिया गया है। जिसकी वजह से खेत व पौधे सुखने लगा है।
किसानों ने बताया कि जैसे ही खेत का पटवन किया जाएगा खतरनाक रसायन पानी के साथ पुरे जमीन में फैलेगा जिसके बाद सारा पौधा सुख कर बर्बाद हो जाएगा।
हताश किसान नरेश यादव ने कहा कि गांव मुहल्ले में उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है लेकिन इस प्रकार का काम जिसने भी किया है वह अच्छा नहीं किया।