सहरसा एसपी वापस जाओ व पुलिस अधीक्षक मुर्दाबाद के नारे के साथ फूंका गया पुतला


लूटपाट में जख्मी युवक को लेकर लोग जब पहुंच गए एसपी आफिस…


रिपोर्ट :- रितेश : हन्नी – सहरसा


बीती रात सहरसा सदर थाना के बम्पर चौक पर लूटपाट के दौरान अपराधियों के द्वारा चाकू मारकर गम्भीर रूप से जख्मी किये गए रजनीश कुमार को जब सदर अस्पताल में सुबह दस बजे तक पुलिस देखने और बयान लेने नहीं पहुंची पुलिस तो गुस्साए लोग जख्मी रजनीश को लेकर एसपी कार्यालय पहुंच गए। 

लोगों को यह भरोसा था कि निचले स्तर के पदाधिकारियों ने जो गलती की है, उसकी जगह उन्हें सहरसा एसपी राकेश कुमार से भरपूर न्याय मिलेगा। जख्मी को लोगों ने एसपी कार्यालय के बरामदे पर जख्मी को लिटा दिया और एसपी से मिलने उनके कक्ष गए। 

सहरसा बीजेपी के पूर्व विधायक आलोक रंजन ने एसपी से कहा कि जख्मी को लोग इसलिए आप तक लेकर आये हैं की आप इंसाफ करेंगे लेकिन आप तो न्याय देने की जगह अपराधियों से पीड़ित लोगों पर कठोर कारवाई का हवाला देकर उन्हें डरा रहे हैं। 

आजाद युवा विचार मंच के शैलेश झा और रौशन झा ने कहा कि एसपी साहब ने उनलोगों पर सीसीए लगाकर कारवाई करने की बात कही। बिना किसी आश्वासन के एसपी कार्यालय से सभी लोग जख्मी को लेकर एक निजी अस्पताल चले गए। 


शाम में सहरसा एसपी सहरसा छोड़ो के नारे के साथ स्थानीय वीर कुंवर सिंह चौक पर सैंकड़ों की तायदाद में लोगों ने एसपी के पुतले फूंके। पूर्व B.D.O डॉक्टर गौतम कृष्ण की अगुआई में एसपी का पुतला फूंका गया जिसमें युवाओं की भागीदारी सबसे ज्यादा थी। 

इस पुतला दहन में लोजद के प्रदेश महासचिव प्रवीण आनंद, छात्र राजद के दीपक राज, दबंग यादव, मौसम यादव, शशि यादव, मनोज यादव, प्रणव खतरी, लोजद के गुड्डू हयात, मोहम्मद जाकिर, सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गांधी, आजाद युवा विचार मंच के रौशन झा,सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन अवस्थी, राजा श्रीवास्तव, मन्नू यादव, शंकर कुमार शशि, संतोष कुमार, दिलीप यादव, जग्गा यादव, दिवाकर यादव, रजनीश यादव, नवीन यादव, सोना सिंह भदौरिया, मुन्ना मिश्रा, रणधीर कुमार, अमरदीप कुमार, प्रह्लाद कुमार, राहुल कुमार सहित सैंकड़ों युवा मौजूद थे।

इस मौके पर जन जन के नेता सह पूर्व B.D.O गौतम कृष्ण ने कहा कि एसपी आम जनता की हिफाजत के लिए हैं, लोगों को डराने के लिए नहीं। उन्हें अगर सीसीए लगाना है, तो पहले हमपर लगाएं। अपराध चरम सीमा पर है और एसपी गाल बजा रहे हैं। जब तक एसपी का सहरसा से तबादला नहीं हो जाएगा, उनके खिलाफ रोज पुतला दहन के साथ-साथ उग्र आंदोलन होगा। सहरसा को ऐसे एसपी की जरूरत नहीं है जिन्हें जनता को सम्मान देना नहीं आता है। एसपी राकेश कुमार को जिला बदर करने का जनता ने संकल्प ले लिया है। वाकई एसपी साहब का व्यवहार कुछ पच नहीं रहा है। वे अपराध पर नकेल कसने और आम जनता की हिफाजत के लिए हैं। जनता की व्यथा सुनने की जगह, ऐसा रुखड़ा व्यवहार किसी को ग्राह्य नहीं होगा।