पुलिस आई जांच किया, आवेदन के इंतजार में नहीं हुई कोई कार्रवाई


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


सुबे में बढ़ते अपराध के बीच अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि दिन दहाड़े बीच सड़क पर लूट की बारदात को अंजाम दे अपराधी चलते बनते हैं जब पीड़ित पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी देती है तो पुलिस घटना स्थल पहुंच मामले की छानबीन कर वापस इस इंतजार में लौट जाती है कि आवेदन दिया जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा मामला सहरसा जिले के बनमा ईटहरी ओपी क्षेत्र के रसलपुर पंचायत के मुरली तीन मुहानी चौक के समीप गुरूवार की दोपहर 12 बजे के आसपास की है। एक बाइक सवार तीन बदमाशों के द्वारा एक राहगीर से लूटपाट को अंजाम दे चलते बना।


पीड़ित युवक ने बनमा ईटहरी ओपी पहुंच पुलिस को लूटपाट की मौखिक रूप से जानकारी दिया। 


जानकारी मिलते ही ओपीध्यक्ष प्रभाष कुमार ने पुलिस बलों के साथ घटना स्थल पर पहुंच मामले की छानबीन किया। वही इस लूटपाट की घटना को पुलिस संदिग्ध मान रही है।


लूट के शिकार पीड़ित कनरिया ओपी क्षेत्र के कनरिया निवासी विक्की साह ने पुलिस को बताया कि मैं खगड़िया में पकोड़े व चॉवमिंग की दुकान करते हैं। किसी आवश्यक कार्य हेतु गुरूवार की दोपहर खगड़िया से कनरिया अपने बाइक से जा रहा था कि मुरली तीन मुहानी के समीप एक पल्सर बाइक पर सवार हथियार से लैस तीन बदमाशो ने हथियार का भय दिखाकर लूटपाट किया। जिसमें बैग में रखे जरूरत मंद कागजात एवं दस हजार नकदी सहित मेरे बाइक की चाभी छीनकर चलता बना।

इस बावत ओपीध्यक्ष प्रभाष कुमार ने बताया कि पीड़ित युवक के द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। सूचना देते ही मैंने घटना स्थल की जांच-पड़ताल किया। आवेदन मांगा गया तो कहा सोच विचार कर देते हैं। अब तक लौट कर नहीं आया है। प्रथम दृष्टियता यह लूट की घटना संदिग्ध लग रहा है। चूंकि आवेदन देने से कतरा रहा था।


अब यहां कौन पुलिस को बताए कि लूट का शिकार व्यक्ति क्या सोच विचार करेगा। एक तरफ वह लूट का शिकार बन चुका है दुसरी तरफ केश व पुलिसिया लफरो में नहीं पड़ना चाहता होगा क्योंकि उसे भी पता है कि आखिर कार्रवाई के नाम मिलेगा तो सिर्फ तारिख पर तारिख…..….!