कोशी में नहीं बना एम्स तो अगले चुनाव में बन सकता है बड़ा चुनावी मुद्दा


अगर कोशी क्षेत्र में बनता एम्स तो हो जाता यहां का कायाकल्प


सहरसा से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :- 


कोशी क्षेत्र हमेशा से सरकारी उपेक्षा का शिकार बनता रहा है। संभवत यह सिलसिला आगे ही बढ़ता नजर आ रहा है। कोशी क्षेत्र ने एक से बढ़कर एक दिग्गज नेताओं को राज्य सहित देश के राजनीतिक में पहचान दिलाई लेकिन हमेशा कोशी क्षेत्र को ठगने का काम किया गया।

ताज़ा ठगी का शिकार कोशी क्षेत्र एम्स जैसे बड़े अस्पताल के मामले में बनता नजर आ रहा है। अगर जी मीडिया एवं अन्य न्यूज चैनलों की माने तो एम्स अस्पताल कोशी क्षेत्र में नहीं बल्कि मिथिलांचल यानि दरभंगा में बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। 


कोशी के नेताओ पर मिथिलांचल के नेता भारी –


सुबे के राजनीतिक में हमेशा मिथिलांचल पर कोशी क्षेत्र हावी रहा है लेकिन जब बड़े विकास की बात सामने आता है तो कोशी क्षेत्र पर मिथिलांचल के नेता चढ़ जाते हैं। ताज़ा उदाहरण डीएमसीएच अस्पताल को एम्स में अपग्रेड करने की बात सामने है। 

कहां हैं कोशी के दिग्गज –


कोशी क्षेत्र के दिग्गज एम्स जैसे मुद्दों पर क्यों चुप बैठे हैं यह समझ से परे नजर आ रहा है। शरद यादव, पप्पू यादव,रंजीता रंजन, बिजेंद्र यादव, दिनेश चंद्र यादव, महबूब अली कैसर,नीरज कुमार बबलू आदि ये सब सुबे एवं केन्द्र में अपनी मजबूत पकड़ रखने वालो में अपनी हैसियत रखते हैं। अगर थोड़ी भी पहल सब मिलकर एम्स के लिए कर दें तो कोशी का कायाकल्प हो जाएगा। 


डीएमसीएच बनाम कोशी का पीएमसीएच सदर अस्पताल –


कोशी क्षेत्र हमेशा पिछड़ा रहा यह किसी से छिपी नहीं है। वही मिथिलांचल कोशी से हमेशा आगे रहा है। ऐसे में मिथिलांचल पर कोशी को नकार देना यह सरकारी उपेक्षा एवं यहां के नेताओं की नाकामी को दर्शाता है। सदर अस्पताल से रेफर मरीच डीएमसीएच या फिर पटना पीएमसीएच भेजा सिर्फ इसलिए जाता है कि यहां समुचित इलाज संभव नहीं है। ऐसे में अगर सरकार यहां एम्स जैसे अस्पताल का निर्माण करवाने की ओर रूख करती तो बहुत बड़ी बात होती। 

यहां बताते चलें कि कोशी क्षेत्र में दुसरा एम्स निर्माण की दिशा में दो वर्षों से प्रक्रिया चल रही थी। हद तक इस ओर बात आगे भी बढ़ी लेकिन नए मीडिया रिपोर्ट ने एम्स निर्माण की आशा पर पानी फेर दिया है। 


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिथिला क्षेत्र को बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। बिहार सरकार ने दरभंगा स्थित डीएमसीएच को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अपग्रेड करने का फैसला लिया है। ज्ञात हो कि 2015-16 के बजट में ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बिहार के हिस्से दूसरे एम्स की घोषणा की थी। जगह को लेकर बिहार सरकार को फैसला लेना था, जो कि लगभग दो वर्षों से लंबित था।


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मिथिला को बड़ा तोहफा देने की तैयारी में नीतीश कुमार, दरभंगा में बनेगा AIIMS – http://zeenews.india.com/hindi/india/bihar-jharkhand/video/darbhanga-aiims/466075