जन-अधिकार छात्र परिषद ने तालाबंदी, पुतला दहन एवं डीईओ कार्यालय घेराव का किया एलान


कार्यालय में रखा रह गया 41 बच्चों को आवेदन,पर नहीं किया गया आन-लाइन


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) Brajesh Bharti.


Saharsa के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के 41 बच्चों का सिमतुल्ला स्कूल प्रवेश परीक्षा आवेदन से वंचित रह जाने का मामला अब तुल पकड़ने लगा है।

जन अधिकार छात्र परिषद ने बीईओ के खिलाफ आर – पार की लड़ाई का ऐलान कर चरणवद्ध तालाबंदी, पुतला दहन सहित डीईओ कार्यालय का घेराव करने की घोषणा कर दी है।


वही शुक्रवार को अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार से छात्र जाप के छह सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल पुनपुन यादव के नेतृत्व में मिल बीईओ के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने का मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।


इस मौके पर छात्र जाप के प्रदेश महासचिव पुनपुन यादव ने कहा कि बीईओ की लापरवाही के कारण आज प्रखंड के 41 बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया गया।बच्चो के भविष्य के इस हत्यारे बीईओ किसी भी हाल में अपने पद पर रहने लायक नही है। 


उन्होंने कहा कि शनिवार को जन अधिकार छात्र परिषद बीईओ कार्यालय में ताला बंदी एवं विरोध में एक दिवसीय धरना का आयोजन किया है।  इसके बाद शिक्षा मंत्री का पुतला दहन होगा।फिर भी डीईओ पर कठोर कार्यवाई नही होती है तो डीईओ कार्यलय का भी घेराव किया जायेगा।

यहां बताते चलें कि सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के 41 बच्चों का सिमलतला स्कूल जमुई की प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा में शामिल होने से वंचित रह गये है। जिससे बच्चों एवं अभिभावको में काफी रोष है। 


आश्चर्यजनक बात यह है कि इस मामले को लेकर बच्चों के अभिभावक कई बार शिक्षा मंत्री सहित अन्य पदाधिकारियों को मोबाइल से शिकायत कर चुके हैं लेकिन अभिभावकों का कोई सुनने वाला नहीं है। 


सिमलतला आवासीय विद्यालय जमुई में कक्षा छह में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 नवंबर 2018 थी।जिसे बाद में बढ़ाकर 12 नवंबर 2018 किया गया। लेकिन सिमरी बख्तियारपुर बीईओ कार्यालय कर्मी की लापरवाही के कारण एक भी बच्चों का फॉर्म बोर्ड के साइट पर अपलोड नहीं किया और अंतिम तिथि समाप्त हो गई। जिससे बच्चों का इस बार प्रवेश परीक्षा से वंचित रहना पड़ रहा है।


प्रतिनिधि मंडल में बनमा इटहरी अध्यक्ष अभिमन्यु यादव,अल्पसंख्यक अध्यक्ष नसीम रजा, गुड्डू आनंद, रमन कुमार, पप्पू कुमार, प्रभात कुमार उपस्थित थे।